CORONA (COVID-19) एक गंभीर विषय


आज दुनिया बहुत गंभीर विषय पर चर्चा में है। नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) एक ऐसी आपदा जिसके फैलाव से पूरी दुनिया का विनाश हो सकता है। एक सरकारी आंकडे के अनुसार 1 जून  2020 तक विश्व भर में 370000 से ज्यादा मौत इस बीमारी से हो चुकी है तथा 6000000 से ज्यादा व्यक्ती इस बीमारी से ग्रसित हैं। वहीँ भारत में 1 जून 2020 तक लगभग 200000  के करीब केस हो  चुके है आज से पहले  भी इतनी गंभीर बीमारीयों  ने इस तरह से विश्व स्तर पर अपने पावं  फैलाये थे। सुना है कि (1918-1920) के बीच भी इसी प्रकार से एक  बीमारी फैली थी जिसका नाम प्लेग था , इस बीमारी को भारत में लोग कई नामों से बोलते है एक नाम है कातक वाली बीमारी । आप सबकी समझदारी से ही हम इस बीमारी से जीत सकते हैं। देश में कोरोना वायरस को लेकर जो हालात बने हैं उसे मजाकिया ना लेते हुए गंभीर होने की जरूरत है। | आज जब चीन, इटली, फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका जैसे बहुत  से विकसित देशों को कोरोना जैसी गंभीर बीमारी के सामने घुटने टेकने पढ़ रहे हैं तो हमारे देश में स्वस्थ संबंधी साधनों की बहुत बडी कमी है और देश की जनसंख्या बहुत ज्यादा है इसलिए सतर्कता और बढ़ जाती है। इटली की जनसंख्या 6 करोड़ वहां के स्वास्थ्य विभाग का रैंक पूरे विश्व में नंबर 2 पर है, फिर भी वहां हालात काबू से बाहर हैं तथा प्रशासन ने हाथ खडे कर दिए हैं। भारत की जनसंख्या 133 करोड़ से भी अधिक है तथा स्वास्थ्य विभाग का रैंक नंबर 112 है। अब आप खुद अनुमान लगा सकते है अगर यहां कोरोना फैला तो क्या हालात हो सकते है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है इस वायरस का संक्रमण दिसंबर 2019 में चीन के वुहान में शुरू हुआ था डब्लूएचओ के मुताबीक बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।

कोरोना (कोविड-19) जैसी गंभीर बीमारी को सबसे पहले समझना ज़रूरी है। किसी भी परिस्थिति में घबरायें नहीं | स्वास्थ्य विभाग द्वार बताए गए सभी बचाव के साधनों को ध्यान में रखते हुए अपना कार्य करें। सावधानी ही हमें इस बीमारी से बचा सकती है। शहर या गावं के वो सभी चुने हुए लोग जो जन प्रतिनिधि हैं, इस घडी में आगे आयें और एक सैनिक की भांति इस गंभीर बीमारी से लडने में अपना-अपना योगदान दें। गावं के सभी पंचायत मेंबर  व सरपंच  द्वारा मिलकर कम से कम 30  जून  तक अन्य सभी कार्य के साथ  सुबह से लेकर सायं काल तक अपनी ड्यूटी निर्धारित करनी चाहिए। साथ ही साथ सभी सरपंचों को यह आंकडें जुटाने का  प्रयास भी करना चाहिए की उनके गावं/एरिया में पिछले 25  दिनों में कौन व्यक्ती बाहर से आया है और इसकी सुचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को देकर उसका परीक्षण करवायें। आपके द्वारा किया गया यह कार्य आपके अपने परिवार के साथ साथ आपके गावं को भी सुरक्षित रखेगा। इस प्रकार आप कोरोना से तो जीत ही जाओगे  साथ ही साथ भाई चारे की मिशाल भी कायम होगी।

आप सभी देशवासियों से मेरा विनम्र निवेदन है कि अपने व अपने परिवार का पूरा ध्यान रखें। आप सबकी समझदारी से ही हम इस बीमारी से जीत सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से  धोना चाहिए, अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल करना चाहिए, खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखना चाहिए, जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखना चाहिए, अंडे और मांस के सेवन से बचना चाहिए व जंगली जानवरों के संपर्क से भी दूरी बनानी चाहिए। इस प्रकार हम सब मिलकर कोरोना वायरस को फैलने से रोक सकते हैं और स्वयं को व अपने परिवार को भी इसके इंफेक्शन से बचा जा सकते हैं।

एक मनोवैज्ञानिक होने के नाते मैं आपको कुछ मनोवैज्ञानिक सुझाव भी दे रहा हूँ जो इन दिनों में अचानक पैदा हुई चिंता, तनाव व अवसाद से आपको बचायेगा।

1. सबसे पहले आपने अपने आपको इस बीमारी/परिस्थिति से लडने के लिए एक चुनौती मानकर तैयार करना होगा ।
2. कुछ भी करने से पहले आपने उस पहलू  पर ध्यान देना होगा जिससे आप ये अन्दाजा लगा सकते हो कि क्या सही है और क्या गलत है । 
3. अपने परिवार के सभी सदस्यों को घर में कुछ नया सर्जनात्मक कार्य करने के लिए प्रेरित करें । 
4. परिस्थिति अपने ऊपर हावी ना होने दें । 
5. अच्छा सोचते हुए ये ध्यान करें की वक्त कभी ठहरता नही है, ये भी गुजर जायेगा । 
6. सभी डॉक्टर व पैरामेडिकल सदस्यों का सहयोग करें ।
7. बिना एमरजेंसी बाहर बिल्कुल न निकले, प्रसाशन का सहयोग करे। 
8 . बच्चों की पढाई को भी online माध्यम से जारी रखें ।


धन्यवाद ।

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